तू राजा, मै महाराजा

Posted: 07 अक्तूबर 2009
तू राजा, मै महाराजा

गली संकरी है. कोई राजा उससे निकल रहा हो ओर अचानक सामने से दोड़ता हुआ सांड आ जाए... तो अब राजा क्या करेगा ? क्या यह कहेगा कि ऐ सांड ! 
तू हट जा ..... 
यह मेरी गली है.... 
मै यंहा का राजा हू.... 
तो सांड कहेगा-
"तू राजा, मै महाराजा, आ... जा.....

राजा कि समझदारी इसी में है कि या तो वह चबूतरे पर या खंभे पर चढ़ जाएगा. या पीछे हट जाएगा. दिन भर में हमें कई सांड मिलते है, पर हमें किसी से टकराना नहीं है क्यों कि टकराव बिखराव का कारण है.
मुनिश्री तरुण सागर जी कड़वे प्रवचन 1-4

6 comments:

  1. संजय बेंगाणी 07 अक्तूबर, 2009

    कुत्ता कहे तु राजा मैं महाराजा तब? :)

  2. संजय बेंगाणी 07 अक्तूबर, 2009

    औकात देख निर्णय लें....

  3. Udan Tashtari 07 अक्तूबर, 2009

    सही सीख!!

  4. राज भाटिय़ा 07 अक्तूबर, 2009

    अगर खंबा ना हो तो?

  5. gazalkbahane 15 अक्तूबर, 2009

    आज फ़ुरस्त निकाल आपके इस ब्लॉग की कई पोस्ट पढी-संक्षिप्त व सार्गर्भित है सभी पोस्ट
    श्याम सखा श्याम

  6. बेनामी 08 अगस्त, 2011

    Agar gali sankari na ho. Agar gali chauri ho. Phir bhi saand aakar takkar mar de tab????

एक टिप्पणी भेजें

आपकी अमुल्य टीपणीयो के लिये आपका हार्दिक धन्यवाद।
आपका हे प्रभु यह तेरापन्थ के हिन्दी ब्लोग पर तेह दिल से स्वागत है। आपका छोटा सा कमेन्ट भी हमारा उत्साह बढता है-